गुवाहाटी में सड़क हादसे: एक ही दिन में दो लोगों की दर्दनाक मौत
गुवाहाटी, असम, 21 मार्च 2025 – गुवाहाटी में शुक्रवार को हुए दो अलग-अलग सड़क हादसों में दो लोगों की जान चली गई, जिससे शहर में सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं उठने लगी हैं। ये घटनाएं कुछ घंटों के अंतराल में हुईं, जिसने न केवल स्थानीय प्रशासन को सतर्क किया बल्कि लोगों के बीच भी आक्रोश पैदा कर दिया है।
सारा घाट ब्रिज पर भीषण टक्कर में बाइक सवार की मौत
पहली दुर्घटना सारा घाट ब्रिज पर हुई, जो गुवाहाटी को अन्य इलाकों से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मार्ग है। इस हादसे में अभिनाश राजबोंगशी नाम के बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई। वे चांगसारी से शहर की ओर जा रहे थे, जब एक तेज़ रफ्तार ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि उन्होंने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।
हादसे की जानकारी मिलते ही जलुकबारी ट्रैफिक पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल (GMCH) भेज दिया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ट्रक की तेज़ रफ्तार इस दुर्घटना का मुख्य कारण हो सकती है, लेकिन पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 27 पर ट्रक से कुचला गया स्कूटी सवार
शाम को कटाहबाड़ी इलाके में स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग 27 (NH 27) पर दूसरी दर्दनाक दुर्घटना घटी। इस हादसे में एक स्कूटी सवार की जान चली गई, जब सीमेंट से लदा एक ट्रक (AS28AC0257) पीछे से आकर उनकी स्कूटी (AS01EA3912) से टकरा गया। टक्कर इतनी गंभीर थी कि स्कूटी सवार की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया। फिलहाल दुर्घटना के कारणों की जांच जारी है, जिसमें लापरवाही से गाड़ी चलाना, सड़क की खराब स्थिति और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन जैसे पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है। मृतक स्कूटी सवार की पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है, क्योंकि पुलिस उनके परिवार को सूचित करने की प्रक्रिया में है।
गुवाहाटी में बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं: सड़क सुरक्षा पर सवाल
गुवाहाटी में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को लेकर स्थानीय नागरिकों और प्रशासन में चिंता बढ़ रही है। सारा घाट ब्रिज और NH-27 जैसे महत्वपूर्ण मार्गों पर लगातार हो रही दुर्घटनाएं यह सवाल खड़ा कर रही हैं कि यातायात प्रबंधन और सड़क सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करने की जरूरत है।
स्थानीय प्रशासन ने इन घटनाओं की गहन जांच और भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि बेहतर सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर, सख्त गति सीमा, और जागरूकता अभियानों के जरिए इन हादसों को रोका जा सकता है।
सड़क सुरक्षा को लेकर क्या कदम उठाने जरूरी?
- स्पीड लिमिट को सख्ती से लागू करना: तेज़ रफ्तार गाड़ियों पर कड़ी निगरानी रखी जाए।
- सुरक्षित सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर: ब्रिज और हाइवे पर सुरक्षा संकेतक और बैरियर लगाए जाएं।
- सीसीटीवी और ट्रैफिक मॉनिटरिंग: दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में निगरानी कैमरे बढ़ाए जाएं।
- चालकों के लिए ट्रैफिक सेफ्टी ट्रेनिंग: ड्राइवरों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
सिख –
गुवाहाटी में हुए इन दर्दनाक सड़क हादसों ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि सड़क सुरक्षा के नियमों को कड़ाई से लागू करने की जरूरत है। प्रशासन को चाहिए कि वह ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू करे और सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।