रेखा गुप्ता बनीं दिल्ली की नई मुख्यमंत्री, शपथ ग्रहण समारोह के साथ शुरू हुआ नया राजनीतिक युग
नई दिल्ली, 15 नवंबर 2023: आम आदमी पार्टी (आप) की वरिष्ठ नेता रेखा गुप्ता को मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। राज्यपाल अनिल बैजल ने राज निवास में आयोजित भव्य समारोह में उन्हें शपथ दिलाई। इस दिन दिल्ली की राजनीति में एक नए युग की शुरुआत हुई।
शपथ समारोह की झलकियां
इस समारोह में केंद्रीय मंत्री, विपक्षी पार्टी के नेता, बॉलीवुड सितारे और उद्योग जगत के दिग्गज शामिल हुए। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कार्यकर्ताओं ने 'रेखा दीदी जिंदाबाद' के नारे लगाकर माहौल को गर्म कर दिया। समारोह के बाद रेखा गुप्ता ने प्रेस को बताया कि यह दिल्ली के लोगों का विश्वास है। हम सबको साथ लेकर चलेंगे और शहर को विकास के नए मॉडल के रूप में आकार देंगे।
रेखा गुप्ता का राजनीतिक करियर: संघर्ष से सत्ता तक
58 वर्षीय रेखा गुप्ता ने जमीनी नेता के रूप में दिल्ली की राजनीति में अपनी छाप छोड़ी है। 2015 में पहली बार विधायक चुनी गईं गुप्ता ने अपने कार्यकाल के दौरान शिक्षा, महिला सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाए। 2020 के विधानसभा चुनावों में 67% वोट शेयर के साथ अपनी सीट बरकरार रखी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद उन्हें "कमांडर इन चीफ" नियुक्त किया गया था।
नई सरकार से क्या उम्मीदें हैं?
दिल्लीवासी नई सरकार से जमीनी स्तर के मुद्दों के समाधान की उम्मीद कर रहे हैं:
- यातायात व्यवस्था: मेट्रो फेज-4 सर्वोच्च प्राथमिकता, ई-बस बेड़े के विस्तार का प्रस्ताव।
- प्रदूषण नियंत्रण: स्मॉग टावर और ग्रीन कॉरिडोर सर्वोच्च प्राथमिकता।
- महिला सुरक्षा: "पिंक पुलिस बूथ" का उद्घाटन और मोहल्ला क्लीनिक।
राजनीतिक विश्लेषक डॉ. संजय झा का मानना है कि रेखा गुप्ता का अनुभव उन्हें प्रशासनिक चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगा, लेकिन केंद्र-राज्य तनाव एक बड़ी बाधा हो सकती है।
विपक्ष की चुनौतियां और जवाब
भाजपा प्रवक्ता गौरव तिवारी ने कहा, "यह सरकार केजरीवाल की परछाई है। जनता को वादे याद रखने चाहिए।" हालांकि, कांग्रेस नेता सुभाष चोपड़ा ने शुभकामनाएं देते हुए सहयोग का संकेत दिया।
आगे की राह: सफलता कैसे सुनिश्चित होगी?
रेखा गुप्ता का एजेंडा एलजी और सरकार के बीच समन्वय बढ़ाना और केंद्र के फंडिंग मुद्दों को हल करना है। वह अगले एक महीने के भीतर 'जनता की बजट बैठक' आयोजित करने वाली हैं।
दिल्ली की राजनीति के इस नए बदलाव पर देश की निगाहें टिकी हैं। अब देखना है कि रेखा गुप्ता 'दिल्ली मॉडल' को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा पाती हैं या नहीं।